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Wednesday, December 5, 2012

Hey Govind….Hey Gopal ||



Aavi Aavi re Kanhnayi teri yaad aayi

Tasi Makhan Churaya,  kina din beet gaye
Tenu madhubhan ayya, kina din beet gaye
Pyare Bansari sunaya, kina din beet gaye
Sundar raas rachaya, kina din beet gaye
Rang holi re udaya, kina din beet gaye
Geet preet wale gaya, kina din beet gaye
Usi Radha nu manaya, kina din beet gaye
Aja puniyadhe chandha, thuje dil diyahai
Viraha ki aag, dil vich dukh dhi
Kinnu kolke sunava, eh kahani dil ke
Kahna Kahna pukara, thu ne dhaya na thi

Thursday, January 5, 2012

!! जय हो मेरे ठाकुर श्री बांके बिहारी लाल !!


हे! मेरे बांके बिहारी
                       आप तो सरताज हो सभी को सुख, खुशियाँ देने वाले हो. कोई बस एक बार आपको प्रेम से पुकारे तो सही. आपसे नजरें तो मिलाये. प्रभु आपके नेत्र तो बड़े विशाल हैं आपको कोई एक बार देखले तो उसको आप अपनी आँखों में बसा लेते हो |

"जरा तारों से तारे मिलकर तो देख जरा मोहन से नैना मिला के तो देख प्रभु खिंचे हुए बंधे हुए चले आयेंगे."

                            एक बार कि बात है एक बहुत प्रसिद्द शायर थे उनका नाम था नजीर अकबरावादी ! आगरा के रहने वाले थे नजीर शाब कि पारिवारिक स्थिति कुछ ठीक नही थी. एक टूटे से झोपड़ी में रहते थे. बो ताजमहल से बहुत प्यार करते थे उनको ताजमहल से इतना प्यार हो गया था कि बिना ताजमहल के बो एक पल भी नही रह सकते थे और उनकी झोपड़ी भी ऐसे स्थान पर बनी हुयी थी जहाँ से ताज महल साफ़ दिखायी देता था| उनकी शायरी दूर-दूर तक फ़ैल गयी थी हैदराबाद के नबाब को जब पता लगा के आगरा में एक ऐसे शायर रहते हैं जो बहुत अच्छी शायरी करते हैं तो उन्होंने दो नौकर भेजे क जाओ और नजीर शाब को हमारे यहाँ ले आओ हम उन्हें अपने दरवार में रखेंगे और कहा कि बो कैसे भी आयें लेकर ही आना.

                                 भैया नबाब के नौकर खोजते-२ नजीर कि झोपड़ी पे आये और बोले कि आप हमारे साथ हैदराबाद चलो हमारे नबाब ने आपको याद किया है सुना है आप बहुत अच्छी शायरी करते हैं, तो देखिये नजीर का प्यार बो बड़ा ही बेतुका सवाल कर बैठे कि "भैया मैं चलने को तो तैयार हूँ लेकिन क्या वहां से ताजमहल दिखेगा?" अब नौकरों से तो लाने के लिए कहा गया था कि नजीर को लेके ही आना तो उन्होंने बोल दिया कि हाँ वहां से ताजमहल से ताजमहल दिखेगा. तो उन्हें जब हाथी पे बिठा कर ले जाने लगे तो नजीर का ताजमहल के प्रति प्यार देखिये सब लोग आगे मुह करके बैठते हैं बो उल्टा बैठे क्यों कि जाऊँगा तो कम से कम ताज महल को तो देखता जाऊँगा अभी आगरा से ही नही निकले थे कुछ दूर चलकर बोले भैया आ गया हैदराबाद? बोले कितनी दूर और है मेरा तो ताजमहल छोटा होता जा रहा है बहुत दूर निकल गए जब ताजमहल दिखना बंद हो गया तो बोले रुक जाओ अब आपका हैदराबाद आये या ना आये मैं अब एक कदम भी आगे नही जा सकता और नहीं गये वापस आगरा लौट आये.


                               बंधुओ ! ये सत्य घटना है और इसका एक ही मतलब है कि जब कोई इंसान कि बनायीं हुयी इमारत से इतना प्रेम कर सकता है कि बो उसके बिना एक पल भी नही रह सकता तो क्या हम उस शाहों के शाह जिन्होंने हम सब को बनाया है उसे प्रेम नही कर सकते क्या? भैया एक बार उनसे मोहब्बत करके तो देखो तो कुछ नही है इस संसार मैं बस वही एक सच्चा है. संसार में किसी से प्रेम मत करो..



"मत रीझना ऊपर कि सफाई पर ये तो सोने का वर्क लगा है मिटटी की मिठाई पर" ||

!! जय श्री राधे !! जय श्री कृष्णा !!

Wednesday, March 9, 2011

!! प्रेम से कहो श्री राधे श्री राधे श्री राधे !!


श्रद्धेय श्री गौरव कृष्ण गोस्वामी जी महाराज

महाराज श्री कहते हैं कि- 
संसार इच्छाओं का सागर है मनुष्य के अन्दर इच्छाओं की तो कोई कमी नहीं है ये इच्छाएं ही तो हमको अशांत करती रहती हैं !!

कहतें हैं कि " चाह पैसों से आनों में आती रही "
                   "चाह आनों से रुपया बनती रही "
                   "चाह रूपये से नोट बनती रही "
                   "चाह नोटों से कोठी बनती रही "
                   "चाह कोठी में मोटर मंगाती  रही "
                   "चाह मोटर से होटल में जाती रही "
                   "चाह होटल में बोतल भी खुलती रही "
                   "चाह क्या क्या न करती कराती रही "
                   "चाह पाली जिन्होंने वो पीले हुए "
                   "चाह छोड़ी जिन्होंने रसीले हुए "
                   "चाह जर से लगी जी जरा हो गया "
                   "चाह हरि!! से लगी जी हरा हो गया "
                   "चाह उनकी हमें हमेशा चाहिए "
                   "और वो जो चाहें हमें तो फिर  क्या चाहिए "

----------------!! प्रेम से कहो श्री राधे श्री राधे श्री राधे  !!-------------------

Tuesday, March 8, 2011

!! बोलो राधे राधे !!

तू  मुझे ...इस  कदर ...मेरे करीब  लगता है !!

तुझे  अलग से. मै... सोचू तो अजीब लगता है !!

और जिसे न तुझसे मोहब्बत न तेरे हुस्न से प्यार !!

वो शख्स  मुझे बहुत  बदनसीब लगता है !!


-------I'll Never Let U Go..!!--------


------------------राधे राधे -------------



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ज़रा दिल …..की दुनिया सजा कर तो देखो ....!!

इश्क का ……… दीयां ज़ला कर तो देखो .......!!

तुम्हे हो न …..जाये मोहबत …...तो कहना....!!!!

ज़रा प्रभु से…. नज़रें मिला कर तो देखो ..........!!